रायपुर,, पियुष मिश्रा,,,क्लाइमेट ग्रुप एक अंतर्राष्ट्रीय संस्था है जो कि जलवायु परिवर्तन पर कार्य करती है। क्लाइमेट ग्रुप के सीईओ हेलेन क्लार्कसन के अनुसार विगत 08 जून 2023 को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर क्लाइमेट ग्रुप एशिया ऐक्शन समिट 2023 का आयोजन सिंगापुर में किया गया था जिसमें विश्व के अनेक देशों से प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। इस आयोजन का उद्देश्य, वैश्विक स्तर पर प्रकृति संरक्षण और जलवायु परिवर्तन के बारे में लोगों को जागरूक करना है। इस आयोजन में जलवायु परिवर्तन से संबंधित वैश्विक स्तर की राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय की संस्थाएं उपस्थित हुई थीं।
इस आयोजन में क्लाइमेट ग्रुप के आमंत्रण पर छत्तीसगढ़ के भी तीन अधिकारियों ने छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व करते हुए प्रदेश का मान बढ़ाया और अपनी अभिव्यक्ति प्रस्तुत की। छत्तीसगढ़ शासन के गृह एवं वन विभाग के प्रधान सचिव मनोज कुमार पिंगुआ, छत्तीसगढ़ वन विभाग के अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक और छत्तीसगढ़ के जलवायु परिवर्तन विभाग के नोडल अधिकारी अरुण कुमार पांडेय और कांगेर वैली नेशनल पार्क के डायरेक्टर धर्मशील गनवीर ने इस आयोजन में भाग लिया। क्लाइमेट ग्रुप का उद्देश्य 2050 तक विश्व को शून्य कार्बन उत्सर्जन वाला बनाना है।
इस आयोजन में मनोज कुमार पिंगुआ ने छत्तीसगढ़ की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी के सम्बंध में जानकारी दी। अरुण कुमार पांडेय ने छत्तीसगढ़ में चल रही मुख्यमंत्री वृक्ष सम्पदा योजना जो कि भविष्य में किसानों को कार्बन क्रेडिट (कार्बन क्रेडिट को एक प्रकार से वन द्वारा संजोए कार्बन की बिक्री से प्राप्त कीमत कहा जा सकता है) दिलवाएगी और कार्बन पृथक्करण में एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगी, के बारे में विस्तृत से बताया, उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री की दूरगामी सोच और वन मंत्री की कार्यशैली से कैसे इस योजना का लाभ कृषक अपनी निजी भूमि पर वाणिज्यिक प्रजातियों का वृक्षारोपण कर लाभ उठा सकते हैं। साथ ही धर्मशील गनवीर ने कांगेर वैली नेशनल पार्क और राज्य की जैव सम्पदा के बारे विस्तार से जानकारी दी।
इस आयोजन में कोरिया गणराज्य के छुंगछेआॉंगनम – डू प्रांत के वाइस गवर्नर किम के यंग भी शामिल हुए जिनकी जिज्ञासा पर छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल के अधिकारियों की उनसे बैठक व चर्चा हुई। इस दौरान विश्व भर से आए हुए विशेषज्ञों से छत्तीसगढ़ के प्रतिनिधियों की चर्चा के दौरान यह भी निर्णय लिया गया कि निकट भविष्य में जलवायु परिवर्तन से संबंधित किए गए उत्कृष्ट कार्यों को लेकर सक्सेस स्टोरी के रूप में एक विश्व स्तरीय कार्यशाला छत्तीसगढ़ में भी आयोजित होगी।