गौरेला में बिजली विभाग में कार्यरत एक महिला सहायक यंत्री दिलेश्वरी सूर्यवानी द्वारा अपने पति हितेश सूर्यवानी के साथ मिलकर दलित वर्ग के कर्मचारी को बंधक बनाकर पीटने का मामला सामने आया है। मारपीट में कर्मचारी का हाथ टूट गया है। गौरेला थाना पुलिस ने एट्रोसिटी एक्ट व आईपीसी की धारा के तहत रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच कर रही है।
दरअसल, घटना 20 दिसंबर की है। दैनिक वेतन भोगी दलित वर्ग के कर्मचारी सुनील कुमार कौशिक ने बताया है कि वह पिछले 10 साल से वह बिजली विभाग में कम्प्यूटर ऑपरेटर के पद पर कार्यरत था। जिसे 13 दिसंबर को सहायक यंत्री दिलेश्वरी सूर्यवानी व ठेकेदार सुपरवाइजर विरेन्द्र वस्त्रकार ने सुनील को बिना कोई कारण और बिना कोई नोटिस दिए काम से बाहर कर दिया।
मिल में बनाया बंधक
सुनील ने प्रदेश सरकार से इसकी शिकायत की थी। इससे नाराज होकर सहायक यंत्री काम के बहाने कार में बैठा कर सुनील को शर्मा आरा मिल समता नगर ले गई, जहां उसके साथ जातिगत गाली गलौच व मारपीट की। सुनील ने बताया कि सहायक यंत्री के पति ने लकड़ी के बत्ते से जांघ, पीठ, हाथ-पैर पर मारा और बाएं हाथ को तोड़ दिया।
आरोपी पति- पत्नी ने जबरदस्ती लिखवाया बयान
पीड़ित कर्मचारी ने बताया कि, घटना के बाद बंधक बनाकर सहायक यंत्री व उसके पति ने जबरदस्ती बयान लिखवाया कि आर के वर्मा द्वारा सैप में गड़बड़ी करवाकर यह पूरा कार्य मेरे द्वारा 100-200 रुपए लेकर किया गया है। इसके बाद महिला सहायक यंत्री के पति ने थाने में एफआईआर करवाने पर जान से मारने की धमकी दी।
आरोपी पति ने कहा- मंत्री- अधिकारियों को रखता हूं जेब में
सहायक यंत्री के पति ने शिकायत करने पर जान से मारने की धमकी देते हुए पूर्व गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू को अपना फूफा ससुर बताया। कहा कि पुलिस विभाग, बिजली विभाग के सभी अधिकारी डिविजन स्तर से लेकर रायपुर महाप्रबंधक तक मेरे जेब में है। इसके बाद जिला अस्पताल ले गए जहां मेरा एक्स-रे
करवाकर हाथ का प्लास्टर करवाया।
वही मरवाही विधायक प्रणव कुमार मरपच्चि का कहना है कि इस मामले में पुलिस से हर पहलू को ध्यान में रखते हुवे जांच करने को कहा गया है दोषी पाने में कड़ी कार्यवाही की जाएगी