कबीरधाम जिले में अब तीन दिनों का होगा भोरमदेव महोत्सव भोरमदेव महोत्सव 21, 22 और 23 मार्च को होगा

कबीरधाम जिले में अब तीन दिनों का होगा भोरमदेव महोत्सव

गणमान्य नागरिकों से सुझाव के बाद तीन दिनों का महोत्सव करने का लिया फैसला

भोरमदेव महोत्सव 21, 22 और 23 मार्च को होगा

कवर्धा, 4 मार्च 2020। छत्तीसगढ़ के कबीरधाम जिले के एतिहासिक, पुरात्व, पर्यटन और जन आस्था के महत्व पर आयोजित होने वाले 2020 का भोरमदेव महोत्सव का आयोजन इस साल फिर से तीन दिनों का होगा। तीन दिवसीय यह भोरमदेव महोत्सव 21, 22 और 23 मार्च को होगा। यह महोत्सव पहले भी तीन दिनों तक होता था, लेकिन महोत्सव में कटौती करते हुए दो दिनों का कर दिया गया था। इस बार गणमान्य नागरिकों के सुझाव के बाद जनभावनाओं को विशेष ध्यान में रखते हुए फिर से तीन दिनों का भोरमदेव महोत्सव का फैसला लिया गया। यह फैसला आज कलेक्टर श्री अवनीश कुमार शरण की अध्यक्षता में भोरमदेव महोत्सव की रूपरेखा के लिए बुलाई गई बैठक में लिया गया।

बैठक में नगर कवर्धा नगर पालिका अध्यक्ष श्री ऋषि शर्मा, वरिष्ठ साहित्यकार श्री नीरज मंजित, जिला पंचायत सदस्य श्री तुकाराम चंद्रवंशी, श्री प्रमोद लुनिया, श्री मोहित महेश्वरी, सहित अन्य जनप्रतिनिधि और मीडिया से जुड़े प्रतिनिधियों ने कहा कहा कि भोरमदेव मंदिर से कबीरधाम जिले को विशिष्ट पहचान पूरे प्रदेश में मिली है। इस नाम से पिछले 25 वर्ष से इसकी ख्याति बनाए रखने के लिए एतिहासिक, पुरात्व, पर्यटन और जन आस्था के महत्व पर यह भोरमदेव महोत्सव आयोजन किया जा रहा है। इस वर्ष यह 26वां महोत्सव होगा। बैठक में यह भी सुझाव दिया गया कि 11वीं शताब्दी फणिनाशवंशी काल में निर्मित भोरमदेव मंदिर को छत्तीसगढ़ के पर्यटन सूची में प्रमुखता से शामिल किया गया है। मंदिर की ख्याति को बढ़ाने के लिए महोत्सव का आयोजन किया जाता है। इस मंदिर की वैभव, सुन्दर और स्थापत्य कलाकृति को देखने के लिए घरेलु पर्यटकों के साथ-साथ विदेशी पर्यटकों की संख्या दिनों दिन बढ़ती जा रही है। तीन दिनों तक भोरमदेव महोत्सव का आयोजन करने से राष्ट्रीय, राजकीय और स्थानीय कलाकरों को बेहतर मंच प्रदान किया जा सकता है। महोत्सव में कटौती करने से कलाकारों को यह मंच नहीं मिल पा रहा था, जिसके कलाकार वास्तविक रूप में हकदार होते है। यहां बताया गया कि भोरमदेव महोत्सव में राष्ट्रीय स्तर के कलाकार आने से महोत्सव की ख्याती बढ़ती है, वहीं दूसरी ओर स्थानीय कलाकारों को महोत्सव का मंच मिलने से कलाकारों का भी मनोबल़ बढ़ता है।

कलेक्टर श्री अवनीश कुमार शरण ने कहा कि भोरमदेव की ख्याति को विशेष ध्यान में रखते हुए इस वर्ष महोत्सव को और बेहतर करने का प्रयास किया जाएगा। महोत्सव इस बार तीन दिनों का होगा, इसलिए महोत्सव मंच में राष्ट्रीय, राजकीय और स्थानीय कलाकारों को अवसर दिया जाएगा। महोत्सव की ख्याति को बढ़ाने के लिए छत्तीसगढ़ की कला, संस्कृति और परम्परागत गीत संगीतों को महत्व दिया जाएगा। इसके अलावा मंच के माध्यम सें भारतीय कला संस्कृति की विविधता को भी एक मंच में सांझा करने का प्रयास किया जाएगा, जिससे की इस महोत्सव की महत्व को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने में सहयोग मिल सके। उन्होने बताया कि इस महोत्सव में भाग लेने के लिए कवर्धा डॉट जीओवी डॉट इन पर ऑनलाईन आवेदन किया जा सकता हैं। इसके अलावा भोरमदेव महोत्स वर्ष 2020, जिला पंचायत कार्यालय कवर्धा जिला कबीरधाम के पते पर भी पत्र व्यवहार के माध्यम से आवेदन किया जा सकता है। उन्होने यह भी बताया कि इस तीन दिवसीय भोरमदेव महोत्सव मेला में सभी वर्गों के मनोरंजन पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा। इसके लिए मीना बजार, सहित महोत्सव के दौरान लोगों के मनोरंजन के लिये झूला, सर्कस, मौत का कुंआ आदि भी लगाने का प्रयास किया जाएगा। बैठक में पुलिस अधीक्षक डॉ लाल उमेंद सिंह, अपर कलेक्टर श्री जीवन किशोर धु्रव, जिला पंचायत सीईओ श्री विजय दयाराम के, सहित नगर के गणमान्य नागरिक, मीडिया के प्रतिनिधि एवं जिला स्तरीय अधिकारी विशेष रूप से उपस्थित थे।

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