संयुक्त वन प्रबंधन समिति: कोरोना संकट में मदद के लिए आगे आयी महिलाएं
अब तक 5 हजार से अधिक मास्क का किया निर्माण
रायपुर, 01 अप्रैल 2020/ वन विभाग के अंतर्गत गठित संयुक्त वन प्रबंधन समितियों की महिलाएं भी अब कोरोना महामारी के कारण उत्पन्न इस विषम परिस्थिति में सहायता के लिए आगे आयी हैं। इनके द्वारा वर्तमान में लोगों को मदद पहंुचाने के उद्देश्य से मास्क निर्माण का कार्य निरंतर जारी है। यह मानवीय चेहरा प्रदेश के दूरस्थ वनांचल स्थित फरसगांव वन परिक्षेत्र के पतोड़ा और बड़ेडोंगर वन परिक्षेत्र के मांझीआठगांव के संयुक्त वन प्रबंधन समितियों की महिलाओं में स्पष्ट रूप से दिखाई देने लगा है।
प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री राकेश चतुर्वेदी ने बताया कि केशकाल वन मण्डल के अंतर्गत इन समितियों के 14 महिलाओं द्वारा अब तक 5 हजार से अधिक मास्क का निर्माण कर लिया गया है। इनके द्वारा मास्क निर्माण का कार्य निरंतर जारी है। श्री चतुर्वेदी ने यह भी बताया कि संयुक्त वन प्रबंधन समिति की महिलाओं को मास्क निर्माण के कार्य में कोई दिक्कत न हो, इसके लिए वन विभाग द्वारा उन्हें आवश्यक सामग्री उपलब्ध करा दी गई है। कोरोना वायरस संक्रमण के माहौल में हर जगह लॉकडाउन की परिस्थितियां निर्मित हुई है। इन परिस्थितिओं में वन और वनवर्धनिक कार्य करने के लिए वन विभाग के अधीनस्थ कर्मचारियों को भी समितियों की महिलाओं द्वारा निर्मित मास्क उपलब्ध कराए जा रहे है। इसके अलावा विभाग द्वारा वन-धन योजना के तहत संचालन किए जा रहे 208 स्व-सहायता समूहों के समस्त सक्रिय सदस्यों दो हजार 80 लोगों को मास्क का वितरण किया जा रहा है। जिससे उन्हें सोशल डिस्टेंसिंग के साथ-साथ लघु वनोपज कार्य संग्रहण तथा प्रसंस्करण कार्य करने के लिए कोई परेशानी न हो।
इस संबंध में वनमण्डाधिकारी वनमण्डल केशकाल श्री मणिवासगन एस. ने बताया कि वर्तमान में संयुक्त वन प्रबंधन समिति पतोड़ा और मांझीआठगांव की महिलाओं द्वारा निर्मित लगभग 5 हजार मास्क में से
760 नग मास्क अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) कोण्डागांव और स्थानीय मेडिकल दुकानों को मांग के अनुरूप आपूर्ति की जा रही है। उन्होंने यह भी बताया कि केशकाल वनमण्डल के ही अंतर्गत वन-धन केन्द्र प्रभारी समूह मां दंतेश्वरी स्व-सहायता समूह फरसगांव द्वारा भी मास्क का निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है।