जहां पूरा विश्व महामारी की चपेट में है और लोग अपने जिंदगी की जद्दोजहद जीने की आस लिए घरों में नजरबंद लड़ रहे हैं वही राजधानी के निकट ग्राम पंचायतों के खुर्द में राजनीति भी तेज हो गई है कुछ दिनों पहले हुए पंचायत चुनाव में शिकस्त का सामना करने वाले गांव के ही लोगों ने सरपंच एवं सरपंच पति पर शासन के आदेश की अवहेलना का आरोप लगाया है वायरल किए गए पत्र रसीद मैं पूर्व उपसरपंच रहे सूरज टंडन ने सरपंच पर आरोप लगाया है कि सरपंच के निर्देशानुसार अवैध रूप से नल जल की राशि जो कि ₹200 प्रति माह की दर से ली जाती है उसे अवैध रूप से राशन दुकान में व्यक्ति को बैठाकर ली जा रही है जब इसकी तहकीकात करने लेकर के संवाददाता ग्राम पंचायतों लेकर पहुंचे सरपंच पति आर्मी रेडी ने बताया कि यह पूर्ण रूप से राजनीति से प्रेरित मामला है मैं यह नहीं कहता कि पैसा नहीं लिया गया है जो शिक्षा से देना चाह रहे हैं उनसे पैसा लिया गया है लेकिन मुझे जैसे ही जानकारी प्राप्त हुई है मैंने तत्काल इसमें रोक लगा दी है हम शासन के साथ मिलकर काम करना चाहते हैं और करते भी हैं शासन के आदेश की अवहेलना करने की औकात हमारी नहीं है हम वैसे भी 20 वर्षों से गांव की सेवा कर रहे हैं आप मुझे गांव का स्नेह प्राप्त जिसकी बदौलत मेरी पत्नी इस बार भी चुनाव जीती है यारों जो लोग लगा रहे हैं पूर्ण रूप से राजनीति से प्रेरित मामला है मेरे नाम को बदनाम करने के लिए उनके द्वारा लगातार इस प्रकार की बातें की जा रही है ग्राम पंचायत में ही रहने वाले जनपद अध्यक्ष शिव भारती ने भी कहा किरण जी का काम बहुत अच्छा है और मेरे संज्ञान में जैसे ही यह मामला आया है मैंने तत्काल राशन दुकान में पहुंचकर बात की सब लोगों ने कहा कि एक ही दिन आदमी बैठा था और जो शिक्षा से देना चाह रहे थे उन्होंने ही पैसा दिया है हालांकि मैंने और एडीजी ने मिलकर इस वसूली को तत्काल रोक दिया है