छत्तीसगढ़ के शहरी नक्सली नेटवर्क का पुलिस ने किया खुलासा लगातार पकड़ा रहे आरोपी गुरुवार को इसी नेटवर्क के एक करोड़पति आरोपित को पुलिस ने किया गिरफ्तार

कांकेर/बिलासपुर।।छत्तीसगढ़ के शहरी नक्सली नेटवर्क का पुलिस ने किया खुलासा लगातार पकड़ा रहे आरोपी गुरुवार को इसी नेटवर्क के एक करोड़पति आरोपित को पुलिस ने किया गिरफ्तार। दरअसल इस नेटवर्क का खुलासा करने के लिए पुलिस कि लगातार एसआईटी ने काम किया। जिसमें पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज के पी सुंदर राज के नेतृत्व में उपपुलिस महानिरीक्षक कांकेर रेंज संजीव शुक्ला के मार्गदर्शन और पुलिस अधीक्षक एमआर आहिरे के दिशा निर्देश पर 12 आरोपितों को गिरफ्तार किया है दरअसल उत्तर बस्तर कांकेर के अंतर्गत 24 मार्च 2020 को थाना सिरसोड़(कोयलीबेड़ा) में तापस पालित को बोलेरो वाहन सहित नक्सलियों को सामग्री पहुंचाने पर रंगे हाथ पकड़ा गया था। इसी प्रकरण में पूर्व में दयाशंकर मिश्रा को राजनांदगांव से गिरफ्तार किया गया था। इस गिरफ्तारी के बाद से लगातार पुलिस शहरी नक्सलियों से जुड़ी जानकारी जुटाने और गिरफ्तार करने लग गई थी। पुलिस की एसआईटी टीम लगातार इस मामले में सतर्कता बरते हुए आरोपियों की धरपकड़ में जुटी रही। 7 मई को भी शहरी नेटवर्क से जुड़े दो आरोपितों राजेंद्र सलाम और मुकेश गिरफ्तार किया गया। वही जब 24 अप्रैल 2020 को 5 आरोपितों को गिरफ्तार किया गया। तब इस मामले की चैन पूरी तरह से खुल गई। दरअसल 24 अप्रैल को राजनांदगांव के रहने वाले अजय जैन और कोमल प्रसाद वर्मा को भी गिरफ्तार किया गया, जो रुद्रांश अर्थ मूवर्स कंपनी के मालिक बताएं जा रहे हैं। दरअसल नक्सलियों को किसी फर्म से जुड़े लोगों ने रसद और सामान उपलब्ध कराया। एक और तत्व प्रकाश में आया लैंड मार्क इंजीनियर और लैंड मार्क रॉयल के मालिक निशांत जैन और वरुण जैन से पीएमजीएसवाई के तहत आमाबेड़ा, कोयलीबेड़ा जैसे नक्सली प्रभावित संवेदनशील क्षेत्रों में सड़क निर्माण का कार्य संबंधित फर्म को विभाग द्वारा दिए जाने पर रुद्रांश अर्थ मूवर्स ने काम किया। इस फर्म के अजय जैन और कोमल वर्मा को अधिकार पत्र के माध्यम से कार्य करने के लिए दिया गया। जिनके द्वारा अंदरूनी क्षेत्रों में कार्य करने के दौरान नक्सलियों से संपर्क और संबंध स्थापित कर लगातार कपड़ा वर्दी जूता मेन पेटसेट रुपया और अन्य सामग्री सप्लाई किया जा रहा था गिरोह का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने इस फर्म के दोनों मालिकों को गिरफ्तार कर लिया वही तीन अन्य रोहित नाग, सुशील शर्मा और सुरेश शरणागत को भी गिरफ्तार किया गया। इसी कड़ी में 14 मई को लैंड मार्क इंजीनियर कंपनी बिलासपुर के मालिक निशांत जैन को भी गिरफ्तार किया गया है। बताया जा रहा है लैंडमार्क इंजीनियर के मालिक निशांत जैन दिल्ली के गुड़गांव से कांकेर पहुंचकर 18 सालों में 600 करोड़ रुपए के मालिक बन गए हैं वर्तमान में आरोपी मालिक का नक्शल प्रभावित क्षेत्र में 20 से ज्यादा ठेके चल रहे हैं।

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