छत्तीसगढ़ के महत्वकांक्षी योजना गोठान जो कि सभी ग्राम पंचायत में बननी है इतनी बढ़िया योजना का बेड़ागर्क करने में कांग्रेस के बड़े नेता और जनप्रतिनिधि लगे हुए है एक तरफ भुपेश सरकार इस योजना को पूरा करने में लगी हुई है वहीं दूसरी तरफ इस योजना का कांग्रेसीकरण भी लगातार जारी है पंचायत की स्वतंत्रता को खत्म किया जा रहा है उस पर दबावपूर्ण तरीके से बाहरी व्यक्ति जो कि ग्राम पंचायत के अनुमोदन लिस्ट से बाहर का व्यक्ति है वो ना तो ग्राम पंचायत का प्रतिनिधि है और ना ही पंचायत के किसी पद पर है उसे स्थानीय नेता द्वारा या ये कहें कि विधायक और मंत्री के द्वारा दबावपूर्ण तरीके से गौठान समिति में बतौर अध्यक्ष बैठाया जा रहा है जो कि पूर्णता अनुचित है ऐसा कहना है तिल्दा सरपंच संघ के उपाध्यक्ष और अड़ सेना के सरपंच डॉक्टर तेजराम पाल का उन्होंने खास बातचीत में कहा कि हमने इसकी लिखित शिकायत जनपद में कई थी किन्तु सीईओ के कॅरोना संक्रमित होने के कारण हम लोग अभी उनसे मिल नहीं पाए है और जो आंदोलन करने वाले थे उसे भी स्थगित किये हैं क्योंकि रायपुर जिले में संक्रमण बहुत ज्यादा है लेकिन इसका विरोध हम जरूर करेंगें । ग्राम पंचायत त्रि स्तरीय पंचायत व्यवस्था में ग्राम पंचायत को जब संविधान में महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है और पंचायत को पूर्ण अधिकार दिया गया फिर छत्तीसगढ़ में पंचायत के हितों को और पारित अनुमोदन में क्यों अनाधिकृत रूप से दखलदांजी की जा रही है ,क्यों गौठान समिति अध्यक्ष पद पर व्यक्ति को थोपा जा रहा है ? क्यों पंचायत की स्वायत्तता पर कुठाराघात किया जा रहा है ? ऐसे बहुत से प्रश्न है जिसका सरपंच संघ विरोध करेगा और हम इसके लिए लड़ाई जरूर लड़ेंगें ।