कलेक्टर डॉ एस भारतीदासन के निर्देश पर राज्य सरकार की महत्वपूर्ण गोधन न्याय योजना के तहत रायपुर नगर निगम के अंतर्गत आने वाले नगरीय निकायो के गोठानो में वर्मी कंपोस्ट निर्माण हेतु फुंडहर गौठान में प्रशिक्षण संपन्न ।

फुंडहर गोठान में वर्मी खाद निर्माण का प्रशिक्षण सम्पन्न

रायपुर 19 अक्टूबर 2020/कलेक्टर डॉ एस भारतीदासन के निर्देश पर राज्य सरकार की महत्वपूर्ण गोधन न्याय योजना के तहत रायपुर नगर निगम के अंतर्गत आने वाले नगरीय निकायो के गोठानो में वर्मी कंपोस्ट निर्माण हेतु फुंडहर गौठान में प्रशिक्षण संपन्न हुआ। निगम आयुक्त सौरभ कुमार एवं जिला पंचायत रायपुर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी गौरव कुमार सिंह के विशेष पहल पर आयोजित इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में सभी जोन आयुक्त,गोठनो के नोडल अधिकारी ,महिला स्व सहायता समूहो तथा धरसीवा विकासखंड के कृषि अधिकारियों ने भाग लिया। उपसंचालक कृषि श्री आर.के.कश्यप एवं डिप्टी कलेक्टर शिम्मी नाहीद के मार्गदर्शन में इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ. विवेक स्वर्णकार एवं मास्टर ट्रेनर श्री लोकेश पटेल के द्वारा प्रशिक्षण दिया गया।
मुख्यमंत्र के द्वारा हरेली त्यौहार के शुभ अवसर पर गोधन न्याय योजना की शुरुआत कर राज्य के पशुपालकों से 2 रुपए प्रति किलो की दर से गोबर खरीदी का शुभारंभ किया गया। इस योजना के क्रियान्वयन से जैविक खेती को बढ़ावा, ग्रामीण एवं शहरी स्तर पर रोजगार के नये अवसर, गौ-पालन एवं गौ-सूरक्षा को प्रौत्साहन के साथ-साथ पशुपालको को आर्थिक लाभ प्राप्त होगा।
फुंडहर गोठान के प्रशिक्षण कार्यक्रम में सर्वप्रथम उप संचालक कृषि, श्री आर.के. कश्यप के द्वारा गोधन न्याय योजना के उद्देश्य एवं कार्ययोजना के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी। इसके पश्चात् कृषि वैज्ञानिक डाॅ. विवेक स्वर्णकार के द्वारा वर्मी खाद का महत्व, वर्मी कम्पोस्टिंग के विभिन्न विधियों, वर्मीटांका निर्माण, वर्म की प्रजाति एवं खाद निर्माण पश्चात् पैकेजिंग एवं रखरखाव के बारे में प्रशिक्षण दिया गया। मास्टर ट्रेनर श्री लोकेश पटेल के द्वारा नगरीय निकाय क्षेत्रों में अधिक मात्रा में गोबर खरीदी को देखते हुए वर्मी खाद निर्माण की ओपन विधि एवं वर्मी कम्पोस्ट टेस्टिंग की विस्तृत जानकारी दी गयी। उनके द्वारा महिला स्वसहायता समूहो को ओपन विधि से वर्मी कम्पोस्ट निर्माण की प्रत्यक्ष प्रदर्शन कर प्रायोगिक तौर पर दिखाया गया। वर्मी खाद के निर्माण के दौरान प्राप्त वर्मीवाश को एकत्र कर शहरी क्षेत्रों में किचन गार्डन में उपयोग के बारे में बताया गया। प्रशिक्षण में वर्मी कम्पोस्ट खाद बनाने के लिए महिलाओं ने बहुत ही उत्सुकता एवं रूचि दिखाई और गोठान में निर्मित वर्मी खाद के टाका में आवश्यक सामग्री जैसे घास, पैरा, गोबर इत्यादि का भराई कार्य भी किया गया इस कार्य को आगे भी सुचारू रूप से संचालित करने के लिए महिलाओं ने संकल्प लिया। कृषि विभाग के सभी गोठानों के नोडल अधिकारियों को वर्मी कम्पोस्ट निर्माण हेतु महिला स्वसहायता समूहों को प्रशिक्षण प्रदान करने के निर्देश दिये गये।
इसके अलावा मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत आरंग के द्वारा गौ-मूत्र से जैविक कीटनाशकों के निर्माण हेतु महिला समूहों को जानकारी दी गयी।

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