जैन श्वेताम्बर तेरापंथ धर्मसंघ के ग्यारहवें आचार्य महाश्रमण जी का आज नगर प्रवेश,धर्मसंघ की परंपरा के अनुरूप सद्भावना, नैतिकता और नशामुक्ति की संकल्पना स्वरूप 16 से 19 फरवरी तक यह 157वें मर्यादा महोत्सव का आयोजन ।

रायपुर छत्तीसगढ़ के सुदुर नक्सली क्षेत्र कोंटा, सुकमा, दंतेवाड़ा, जगदलपुर जैसे क्षेत्रों से होते हुए जैन श्वेतांबर तेरापंथ धर्मसंघ के ग्यारहवें आचार्य अहिंसा प्रणेता परम आराध्य आचार्य महाश्रमण जी का आज प्रात: 7:30 बजे माना बस्ती से जुलूस के रूप में रायपुर एयरपोर्ट के सामने स्थित जैनम मानस भवन पहुंचे। धर्मसंघ की परंपरा के अनुरूप सद्भावना, नैतिकता और नशामुक्ति की संकल्पना स्वरूप 16 से 19 फरवरी तक यह 157वें मर्यादा महोत्सव का आयोजन है। जिसमें मर्यादाओं और संकल्पों को दोहराया जाएगा, साधु-साध्वियों के आगामी चातुर्मास क्षेत्रों की घोषणा की जाएगी, 20 फरवरी को मर्यादा महोत्सव का वाचन किया जाएगा। 16 से 19 फरवरी तक आयोजित यह कार्यक्रम पूरी तरह वर्चुअल रूप में होगा। 21 फरवरी को तेरापंथ के ग्यारहवें आचार्य महाश्रमण जी गीदम के मुमुक्षु राहुल को दीक्षा प्रदान करेंगे। जैन श्वेताम्बर तेरापंथ धर्म संघ की दीक्षा कार्यक्रम का राजधानी में यह पहला अवसर होगा। 21 फरवरी को ही आचार्य प्रवर शंकर नगर, विवेकानंद नगर, वॉलफोर्ट एनक्लेव, पचपेंढ़ी नाका जैसे क्षेत्रों में विचरण करेंगे। आचार्य महाश्रमण ने अपने साधु जीवन की पद यात्रा में अब तक 50 हजार किलोमीटर से अधिक की यात्रा की है। भारत के 23 राज्यों और नेपाल, भूटान की यात्रा कर गांव-गांव में लोगों को नशामुक्ति, नैतिकता और सद्भावना के लिए लोगों को प्रेरित कर व्यसन मुक्ति का संकल्प दिला रहे हैं। सकल जैन समाज उनके आगमन से हर्षित और उल्लासित हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *