पर्यावरण में घुल रहा है जहरीला धुआं और छत्तीसगढ़ पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड विभाग के दस्तावेजों में भरे जा रहे हर महीने फर्जी आंकड़े….

कोटा – कोटा छत्तीसगढ़ पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड कार्यालय हवा में प्रदूषण नापने के नाम पर महज औपचारिता निभा रहा है। कोटा ब्लॉक के अंतर्गत ग्राम पंचायत छेरकाबांदा के बीच लगी एक वेलकम शराब फैक्ट्री की चिमनियां दिन-रात जहरीला धुआं उगल रही हैं। एवं वेलकम डिसलेरी प्राइवेट लिमिटेड शराब फैक्ट्री जी.एम- एम. एम श्रीवास्तव के द्वारा शासकीय जमीन में जहरीली पदार्थ फेंक दिया जाता है l लोगों को हमेशा के लिए सर्दी-जुकाम खांसी बनने लगी है। इस जहरीले धुएं की वजह से पिछले 5 से 10 सालों में कई युवा ग्रामीण,बुजुर्ग मौत की नींद भी सो चुके हैं।इस गंभीर मामले की शिकायत सरपंच सहित पंचों ने आवेदन देकर जिला-प्रशासन को जन समस्या से अवगत भी करवाया था। लेकिन जिला-प्रशासन से लेकर छत्तीसगढ़ प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड रायपुर के अधिकारी इस तरफ गंभीरता से ध्यान नहीं दे रहे हैं।

वेलकम प्राइवेट लिमिटेड शराब फैक्ट्री में लगीं कई चिमनियां जहरीला धुआं उगल कर लोगों की सेहत पर बुरा असर डाल रही हैं।

बताया जा रहा है कि वेलकम प्राइवेट लिमिटेड शराब फैक्ट्रियों में छत्तीसगढ़ प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड रायपुर द्वारा दिए गए यंत्रों की देखरेख सही तरीके से नहीं की जाती है। इतना ही नहीं कारखानों के इंजीनियर अमला फर्जी आंकड़े दस्तावेजों में भरकर जानकारी जिम्मेदार अधिकारियों को भिजवा दी जाती है।

बदले में शराब कारखानों के मालिक व छत्तीसगढ़ प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों की सांठगांठ बनीं रहती है। पिछले पांच सालों के आंकड़ों की अगर जांच पड़ताल की जाए तो असलियत सामने उजागर हो सकती है।

वहीं वेलकम डिस्टलरीज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी इस तरह छत्तीसगढ़ प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों की लापरवाही लोगों की सेहत पर भारी पड़ रही है।

नगर कांग्रेस के अध्यक्ष देवेंद्र कश्यप ने बताया कि गांव के नजदीक लगी एक शराब फैक्ट्री के चिमनी के धुएं का जहर लोगों की सेहत को खराब करने लगा है। लोगों को हमेशा के लिए सर्दी-जुकाम खांसी बनने लगी है। इस जहरीले धुएं की वजह से पिछले 5 से 10 सालों में कई युवा ग्रामीण,बुजुर्ग मौत की नींद भी सो चुके हैं। लेकिन जिला-प्रशासन से लेकर छत्तीसगढ़ प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड रायपुर के अधिकारी इस तरफ गंभीरता से ध्यान नहीं दे रहे हैं।

धुएं में होते हैं काफी खतरनाक रसायन….
कैमेस्ट्री के एक्सपर्ट व प्रोफेसर डॉ.संतोष भार्गव ने बताया कि फैक्टरी और वाहनों से निकलने वाले जहरीले धुएं में लेड,कार्बन मोनोक्साइड,कार्बन और सल्फर जैसे जहरीले केमिकल्स पाए जाते हैं। सबसे ज्यादा जहरीला लेड नामक केमिकल्स के कण खतरनाक है। जो कि सीधे शरीर में प्रवेश कर मानव शरीर के तंत्र को खराब कर रहे हैं।

इसके अलावा शरीर में कार्बन मोनो आक्साइड की मात्रा अधिक हो जाने पर मनुष्य की दम घुटने लगती है।कार्बन के कण शरीर में प्रवेश कर जाने से व्यक्ति को सांस लेने में तकलीफ होती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *