भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता मनोज कुमार सिंह ने बताया कि किसानों की फसल का उचित मूल्य दिलाने में सहायता कर रहा राष्ट्रीय कृषि बाजार e-NAM पोर्टल, किसानों की आय बढ़ाने मे ये पोर्टल मिल का पत्थर साबित हो रहा है।
ई-नाम एक इलेक्ट्रॉनिक कृषि पोर्टल है. जो पूरे भारत में मौजूद एग्री प्रोडक्ट मार्केटिंग कमेटी को एक नेटवर्क में जोड़ने का काम करती है. इसका मकसद एग्रीकल्चर प्रोडक्ट के लिए राष्ट्रीय स्तर पर एक बाजार उपलब्ध करवाना है.
उन्होनें बताया कि राज्यों और 3 केंद्र शासित प्रदेशों की 1,000 मंडियां हैं पोर्टल पर एकीकृत,1.71 करोड़ से अधिक किसान और 1.74 लाख से अधिक व्यापारी हैं पंजीकृत हैं।
उन्होंने बताया कि ई-नाम एक पैन इंडिया ई-व्यापार प्लेटफॉर्म है। कृषि उत्पादों के लिये एक एकीकृत राष्ट्रीय बाज़ार का सृजन करने के उद्देश्य से इसका निर्माण किया गया है।
• इसके तहत किसान अपने नज़दीकी बाज़ार से अपने उत्पाद की ऑनलाइन बिक्री कर सकते हैं तथा व्यापारी कहीं से भी उनके उत्पाद के लिये मूल्य चुका सकते हैं।
• इसके परिणामस्वरूप व्यापारियों की संख्या में वृद्धि होगी, जिससे प्रतिस्पर्द्धा में भी बढ़ोतरी होगी।
• इसके माध्यम से मूल्यों का निर्धारण भली-भाँति किया जा सकता है तथा किसानों को अपने उत्पाद का उचित मूल्य प्राप्त होगा।
• ई-नाम पोर्टल पर वर्तमान में, खाद्यान्न, तिलहन, रेशे, सब्जियों और फलों सहित 150 वस्तुओं का व्यापार किया जा रहा है। साथ ही इस पर 1,005 से अधिक ‘किसान उत्पादक संगठन’ पंजीकृत हैं।