रसोई गैस के बढ़ती दामों से सबसे ज्यादा महिला बहनें परेशान,,,,,आधी आबादी महिलाओं के आवाज को कुचलने का काम किया जा रहा है,,,,वंदना राजपूत

केन्द्र सरकार के मुनाफा खोरी नीति के कारण महंगाई बेलगाम

आधी आबादी महिलाओं के आवाज को कुचलने का काम किया जा रहा है

रसोई गैस के बढ़ती दामों से सबसे ज्यादा महिला बहनें परेशान

रायपुर/10 नवंबर 2021। केंद्र सरकार की ओर से पेट्रोल एवं डीजल पर उत्पाद शुल्क मे नाममात्र  कटौती किये और भाजपा के नेतागण ढिढोरा पीटने लग गये। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा कि टैक्सजीवी मोदी सरकार को जनता ने अच्छा सबक सिखाया। प्रजातंत्र में वोट की चोट से भाजपा को सच का आईना दिखा ही दिया। हाल के उपचुनावों में बीजेपी को बुरी तरह पटखनी मिली है। यही वजह है कि उसे पेट्रोल-डीजल के दामों में कमी किए जाने को मजबूर होना पड़ा है।

 
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्त वंदना राजपूत ने कहा कि याद करें कि मई 2014 में जब पेट्रोल 71.41 रुपये व डीजल 55.49 रुपये प्रति लीटर था, तब कच्चा तेल 105.71 डॉलर प्रति बैरल था। आज कच्चा तेल के कीमत पहले की तुलना में बहुत कम है। लेकिन पेट्रोल के दाम शतक के पार है। 2014 के बराबर कीमत कब होगी?

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा कि मोदी सरकार के गलत नीति के कारण ही महंगाई बेलगाम हो गई है। पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस सिलेंडर, फली तेल, सरसों तेल, दाल, दैनिक जीवन के हर आवश्यक वस्तुओं के दामों में लगातार महंगा हो रहा है। बढ़ती महंगाई पर केन्द्र सरकार ने अपने हाथ खड़े कर दिये और कहा कि महंगाई नियंत्रण हमारे हाथ में नहीं है और जब पेट्रोल डीजल पर 5 एवं 10 रुपये एक्साइज ड्यूटी घटा तो भाजपा के नेता मोदी के गुणगान में लग गये जबकि बेलगाम महंगाई तो मोदी की देन है। केन्द्र ने जो एक्साइज ड्यूटी क्रमशः 5 रु. एवं 10 रू. कम किया है जो अपर्याप्त है। पेट्रोल के दाम अभी भी शतक के पार है.। भाजपा के नेता किस मुंह से राज्य सरकार को टेक्स कम करने को बोल रहे है। केन्द्र सरकार द्वारा  एक्साइज ड्यूटी कम की गई है वे लगभग एक तिहाई कम की है जबकि अभी भी दो तिहाई बढ़ी हुई। एक्साइज ड्यूटी केन्द्र सरकार वसूल रहा है और पिछले 2 साल से वसूल रहा है और यह जनता के साथ नाइंसाफी है।

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा कि हाल के उपचुनावों में बीजेपी को बुरी तरह पटखनी मिली है। यही वजह है कि उसे पेट्रोल-डीजल के दामों में कमी किए जाने को मजबूर होना पड़ा है। सबसे बड़े विडंबना है कि अभी तक गैस सिलेंडर के बढ़ती हुई दामों में कोई राहत नहीं। आधी आबादी महिलाओं के आवाज को कुचलने का काम किया जा रहा है। रसोई गैस के बढ़ती दामों से सबसे ज्यादा महिला बहनें परेशान है। इसके लिये भाजपा नेता कब जन विरोधी नरेंद्र मोदी सरकार को नींद से जगाने के लिए सोशल मीडिया में ट्वीटर ट्रैंड हैशटेग कब कर रहे हैं या सिर्फ जनता के सामने नौटंकी कर रहे है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *