पानी जहाज के सफर में मिले 2 देशों के लोग जीवन के सफर में हमसफर हो गए। दोनों एक दूसरे के करीब हो और दिल में मोहब्बत हो तो देशों की दूरियां भी खत्म हो गई,,,



राजनांदगांव,,,पानी जहाज के सफर में मिले 2 देशों के लोग जीवन के सफर में हमसफर हो गए। दोनों एक दूसरे के करीब हो और दिल में मोहब्बत हो तो देशों की दूरियां भी खत्म हो जाती है कुछ ऐसे ही मोहब्बत का उदाहरण राजनांदगांव शहर में देखने को मिला जब एक विदेशी दुल्हन ने छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले पहुंचकर विवाह रचाया।

राजनांदगांव शहर के ममता नगर क्षेत्र में हुआ विवाह लोगों के आकर्षण का केंद्र बना रहा। शनिवार की रात यहां बारात निकली और विदेश से पहुंची दुल्हन की भारती परंपराओं के अनुरूप शादी संपन्न हुई। शहर के ममता नगर में रहने वाले भावेश गायकवाड़ और फिलीपींस की जैझल की शादी बड़े धूमधाम से हुई। इस खास शादी के साक्षी बनने सैकड़ों लोग शामिल हुए। विदेशी युवती से गठबंधन जोड़ने को लेकर भावेश गायकवाड़ ने बताया कि तुर्की में मर्चेंट नेवी की ट्रेनिंग के बाद उसे कतर में कैप्टन का जॉब मिला था, कतर में ही उसकी मुलाकात क्रू मेंबर जैझल से हुई। धीरे-धीरे यह मुलाकात मोहब्बत में बदल दी गई और 5 साल का वक्त उन्होंने अपने प्रेम में बिताया। उसके बाद दोनों ने कतर छोड़ने के फैसले के साथ शादी करने का इरादा कर लिया और राजनांदगांव पहुंचकर दोनों ने शादी रचा ली। भावेश ने कहा कि इस विवाह के लिए दोनों के ही परिवार का पूरा सहयोग मिला। बाइट- भावेश गायकवाड़, कैप्टन मर्चेंट नेवी

सात समंदर पार आकर भारत में शादी रचाने से जैझल भी काफी खुश है और इसमें उनका परिवार भी उनके साथ हैं। भारतीय सभ्यता को समझते हुए जैझल के परिवार ने यहां अपनी बिटिया की शादी कराने के लिए हामी भरी और सपरिवार वे राजनांदगांव पहुंचकर इस विवाह में शामिल भी हुए। इस शादी को लेकर दुल्हन बनी जैझल ने कहा कि भारत के लोग काफी बेहतर है और भारत एक अच्छा देश है, यहां शादी करना काफी अलग और सुखद अनुभव वाला।

विदेशी दुल्हन और भारतीय दूल्हे के इस अनोखे विवाह की चर्चा आज शहर में हो रही है। इस विवाह ने यह बता दिया कि देशों के दूरियां प्रेम के रास्ते में बहुत छोटी है।

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