मरवाही के नेताओं को अपनी उंगलियों में नचाने वाला वन विभाग का चर्चित शर्मा बाबू फंसा नेताओं के चक्कर में,,,,

दया सिंह परिहार
पेंड्रा

रिटायर शर्मा बाबू पर सेवा पुस्तिका में कूटरचना कर अपनी उम्र कम कर पांच वर्ष अधिक नौकरी करने का आरोप

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से कुम्हारी के पूर्व सरपंच राजेंद्र राय ने की शिकायत

ग्राम पंचायत कुम्हारी के पूर्व सरपंच राजेंद्र राय ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को शिकायत की है कि मरवाही वन परिक्षेत्र से रिटायर बाबू राजकुमार शर्मा द्वारा अपने सेवा पुस्तिका में कूट रचना कर 5 वर्ष अधिक शासकीय सेवा का लाभ लिया है तथा शासन के साथ धोखाधड़ी करते हुए आर्थिक क्षति पहुंचाई है। शिकायतकर्ता ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि दोषी रिटायर बाबू के खिलाफ कार्यवाही एवम् वसूली कर एफ.आई.आर. दर्ज कराया जाए।

आपको बता दें कि मरवाही वन परीक्षेत्र कार्यालय में लंबे समय तक पदस्थ रहे राजकुमार शर्मा को मरवाही वाले शर्मा बाबू के नाम से जानते हैं। शर्मा बाबू कभी मरवाही के नेताओं को अपनी उंगलियों पर नचाता था तथा मरवाही के नेता उसके आगे पानी भरते थे परंतु अब शर्मा बाबू खुद नेताओं के चक्कर में फस गए हैं। आपको बता दें कि इसी शर्मा बाबू पर आरोप है कि उसने मरवाही में पदस्थ रहते हुए वन क्षेत्र मरवाही कार्यालय से सटी शासकीय भूमि पर अवैध रूप से कब्जा कर अपना निजी मकान बनाया है जिसकी अनेक बार शिकायत एवं जांच भी हो चुकी है परंतु शर्मा बाबू नेताओं के बीच अपनी पकड़ से हमेशा बच निकलते रहे परंतु अब इस बार शर्मा बाबू नेताओं के चक्कर में फंसते नजर आ रहे हैं। रिटायर हो चुके राजकुमार शर्मा पर जो आरोप लगा है उससे वे और भी ज्यादा चर्चा में है। बता दें कि ग्राम पंचायत कुम्हारी के पूर्व सरपंच राजेंद्र राय ने मुख्यमंत्री से शिकायत करके आरोप लगाया है मरवाही वन परिक्षेत्र से रिटायर राजकुमार शर्मा के द्वारा अपने सेवा पुस्तिका में कूट रचना कर 5 वर्ष अधिक शासकीय सेवा का लाभ लिया गया है। शिकायतकर्ता राजेंद्र राय का कहना है की इसकी जानकारी मुझे विश्वस्त सूत्रों से मिली है कि इनकी जन्म तिथि 01.07.1951 है जो कि सेवा पुस्तिका में दर्ज थी किन्तु इनके द्वारा अपने पद एवम् पहुंच का बेजा इस्तेमाल करते हुए अपनी सेवा पुस्तिका में कूट रचना करते हुए 01.07.1954 किया जाकर 30 जून 2011 में सेवानिवृत्त न होकर 30 जून 2016 तक अर्थात 05 वर्षों तक नौकरी में बने रहते हुए शासकीय सेवा का अतिरिक्त लाभ प्राप्त किया गया है। शिकायतकर्ता ने दावा किया है कि मेरी जानकारी के अनुसार इनके छोटे भाई जो पी. डब्ल्यू. डी. विभाग में शासकीय सेवा करते हुए इनसे पूर्व रिटायर हो चुके थे। ऐसे में मेरे शिकायत की पुष्टि की जांच इनके एवम् इनके भाई के सेवा पुस्तिका की सूक्ष्म जांच से की जा सकती है। शिकायतकर्ता राजेंद्र राय ने मांग की है कि ऐसे षड्यंत्रकारी शासकीय सेवक के विरूद्ध 05 सदस्यीय
उच्चस्तरीय टीम से सूक्ष्म जांच कर इनके द्वारा प्राप्त अतिरिक्त वेतन एवम् अन्य भत्तों की वसूली करते हुए अपराध पंजीबद्ध करते हुए नजीर पेश की जाय ताकि कोई भी शासकीय
सेवक इस तरह अपराधिक कृत्य ना कर सके।

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