पीयूष मिश्रा
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता केदारनाथ गुप्ता ने छत्तीसगढ़ की कानून व्यवस्था को लेकर कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि राजधानी में सरेआम तलवार से केक काटा जा रहा है। तालिबानी अंदाज में सड़कों पर हथियारों के साथ जुलूस निकाला जा रहा है। छत्तीसगढ़ की जनता सम्हल कर चले। भूपेश बघेल की सरकार का तुष्टिकरण घातक हथियारों के प्रदर्शन की छूट तक पहुंच गया है। यह हथियार किसी पर चल भी सकते हैं।
भाजपा कार्यालय एकात्म परिसर में पत्रकारों से चर्चा में भाजपा प्रदेश प्रवक्ता केदारनाथ गुप्ता ने छत्तीसगढ़ में ध्वस्त हो चुकी कानून व्यवस्था के लिए भूपेश बघेल सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि बहुत संवेदनशील स्थिति है कि छत्तीसगढ़ में मानव जीवन किस प्रकार संकट में पहुंच रहा है। किस तरह अपराधियों के हौसले बुलंद हो चुके हैं। सरेआम सड़क पर दहशतगर्द कैसे दहशतगर्दी फैला रहे हैं। इसके बारे में आप सभी ने अखबारों में देखा है कि मुख्य सड़क पर कुछ लोगों ने जन्मदिन का उत्सव मनाते हुए तलवार से केक काटा। तलवारें लहराई और उन्हें फिर से तलवार से केक काटने या तलवार से अपराध करने के लिए छोड़ दिया जाता है। आखिर थानों में क्या हो रहा है। क्या सरेआम रायपुर की मेन रोड में लोग तलवार से केक काटेंगे।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी बार-बार कहती है कि यह सरकार तुष्टीकरण के आधार पर चल रही है। क्या अब उस तलवार का भी तुष्टिकरण होगा, जो लोगों की जान ले लेती है। गर्दन कट जाती हैं। यह हमें सांप्रदायिक कहते हैं।सौ बार कहते रहें लेकिन हम इस तरह के कृत्य बर्दाश्त नहीं करेंगे। इसका कड़ा विरोध करेंगे। तुष्टिकरण करने वाले अधिकारी ध्यान रखें कि सरकार हमेशा एक नहीं रहती। सरकार बदलती है।
उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया में एक वीडियो चल रहा है। एक समाज विशेष के लोग ईदगाह भाटा से अपना जुलूस निकालते हैं और जुलूस में कट्टे रिवाल्वर तेज धारदार हथियार लहराते हुए नाच रहे हैं। मुख्य मार्ग से यह जुलूस निकल रहा है। ऐसा लगता है कि हम आखिर कहां हैं? छत्तीसगढ़ में या तालिबानी हुकूमत वाले अफगानिस्तान में? जब समाचार पढ़ते हैं तो पता चलता है कि यह तो रायपुर का ईदगाह भाठा है। यह शहर किस ओर जा रहा है। छत्तीसगढ़ कहां जा रहा है। किसकी शह पर, किसके संरक्षण में यह कट्टे तलवार लहराते हुए जुलूस निकल रहे हैं। जुलूस के रूप में सामूहिक रूप से यह हो रहा है। अगर कुछ हो जाए तो कौन संभालने वाला है। क्या प्रशासन ने ऐसे जुलूस की इजाजत दी है? छोटे-छोटे जुलूसों को अनुमति चाहिए होती है। धरना प्रदर्शन करना हो तो अनुमति चाहिए होती है और यह कट्टे रिवाल्वर तलवार किसकी अनुमति से सरेआम निकल रहे हैं? भाजपा इन दहशतगर्दों के खिलाफ सरकार से पूछती है कि इन पर क्या कार्रवाई कर रही है और प्रदेशवासियों को यह सलाह देती है कि थोड़ा ध्यान से चलना होगा। छत्तीसगढ़ में कहीं भी चाकू कट्टे रिवाल्वर तलवार जुलूस के रूप में भी सरेआम चल सकते हैं। जरा संभल कर चलना। निश्चित रूप से यह भयावह स्थिति जो आज है, यह कांग्रेस पार्टी, इसके गृहमंत्री, मुख्यमंत्री सारे लोग 2023 की छटपटाहट में सब भूल गए हैं। इस सरकार ने सारी छूट दे दी है। उन्होंने कहा कि भाजपा ऐसी घटनाओं की निंदा करती है और अपराधियों को तत्काल गिरफ्तार करने की मांग करती है।