“डॉ गोपा शर्मा को मिला राज्य शिक्षक सम्मान ” शिक्षक दिवस के अवसर पर राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने किया पुरस्कृत,,

“पीयूष मिश्रा

डॉ गोपा शर्मा को मिला राज्य शिक्षक सम्मान ” शिक्षक दिवस के अवसर पर माननीय राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन जी के मुख्य अतिथि में मंगलवार को राजभवन के दरबार हॉल में राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया सम्मान समारोह की अध्यक्षता मुख्यमंत्री माननीय भूपेश बघेल जी ने की विशिष्ट अतिथि के रूप में स्कूल शिक्षा मंत्री माननीय रविंद्र चौबे जी व सम्मान समारोह में राज्यपाल के हाथों रायपुर जिले से डॉक्टर गोपा शर्मा को शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने व शिक्षा में नवाचार के प्रति दक्षता, नेतृत्व एवं निर्देशन का ज्ञान, प्रखर वक्ता, शाला की भौतिक संरचना को विकसित करने के प्रति सोच, शाला त्यागी बच्चों को सत प्रतिशत प्रवेश दिलाने के लिए शाला के पास स्थित बस्तियों के बच्चों पलकों के साथ सम्मेलन कर बच्चों को पढ़ने के लिए प्रेरित करती हैं ।अपने सामाजिक कार्य एवं व्यक्तिगत संबंधों के आधार पर जन सहयोग से शाला के बच्चों के लिए सामग्री जैसे वाटर कूलर, कूलर, पंखा, बच्चों के खिलौने इत्यादि की व्यवस्था इन्होंने करवाई है । इन्होंने 1 अगस्त 2005 से शिक्षण कार्य प्रारंभ किया है शासकीय प्राथमिक शाला पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय परिसर में 18 वर्ष उत्कृष्ट शिक्षिका की भूमिका निभाई है। साथ ही साथ छत्तीसगढ़ ओलंपियाड खेलकूद प्रतियोगिता में बच्चों को राज्य स्तर तक पहुंचा है। छत्तीसगढ़ राज्य स्तरीय कुकिंग प्रतियोगिता 2019-20 में एमडीएम में नोएल अधिकारी रही और साहित्य सृजन में भी श्रीमती डॉक्टर गोपा शर्मा की रुचि है राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं में शिक्षा और साहित्य विषय पर अनेकों लेख प्रकाशित हुए हैं। डॉ गोपा शर्मा शाला के विकास एवं उन्नयन हेतु विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के माध्यम से हमेशा प्रयास रत रहती हैं उन्होंने शाला त्यागी बच्चों को स्कूल में पुनः प्रवेश के लिए प्रेरित किया है व प्रतिशत दाखिला दिलाई ।बाल विवाह का विरोध कर नाबालिक कन्याओं को विवाह पूर्व बचाया है, विधवा विवाह करवाया है एवं बाल श्रम की वह प्रबल विरोधी है ।उन्होंने करोना काल में पढ़ाई तुम्हारे द्वार योजना के अंतर्गत रविशंकर नगर के गरीब बच्चों को गली-गली में जाकर पढ़ाया उन्होंने करोना काल में सोनडोंगरी और हीरापुर गांव की बस्ती में जाकर किट के माध्यम से बस्ती के लोगों को स्वास्थ्य परीक्षण भी किया है। उन्हें अलग-अलग संस्थाओं व सामाजिक क्षेत्र में 200 से अधिक सम्मान से सम्मानित किया गया है विशेष सम्मान के रूप में उन्हें एपीजे अब्दुल कलाम शिक्षा रत्न ,भारतेंदु हरिश्चंद्र साहित्य रत्न ,अंतरराष्ट्रीय मदर टेरेसा सम्मान से इन्हें सम्मानित किया गया है, द मोस्ट इंस्पायरिंग वूमेन ऑफ इंडिया अवार्ड जैसे कई सम्मान इन्हें प्राप्त हो चुके हैं नेशनल इंस्टीट्यूट आफ न्यूट्रिशन दिल्ली एवं हैदराबाद की टीम के साथ राजनांदगांव धमतरी जिले के स्कूली बच्चों के पोषण स्तर का अध्ययन कर रिपोर्ट तैयार किया है। विद्यालय के आसपास के माता पिता व पऻलकों के मध्य शासकीय स्कूल के प्रति विश्वास एवं प्रतिष्ठा स्थापित करना एवं नवाचार के माध्यम से बच्चों को विज्ञान एवं कला के प्रति रुचि जागृत करने का प्रयास वह करती हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *