रायपुर । मामला चंगोराभाठा स्थित दक्षिणामूर्ति विद्यापीठ स्कूल का है। स्कूल में कक्षा 4थीं की छात्रा अनुष्का तिवारी को उसी स्कूल में कक्षा 8 के छात्राओं द्वारा प्रताडि़त करने की शिकायत उनकी माता श्रीमती संध्या तिवारी पति चंद्रकांत तिवारी द्वारा प्रिंसिपल अविनाश मिश्रा से किए जाने पर प्रिंसिपल द्वारा उल्टे ही उनके साथ स्टॉफ के समक्ष दुव्र्यवहार किया गया। उक्त बातें पीडि़त छात्रा के परिजनों द्वारा एक पत्रवार्ता के माध्यम से मीडिया के समक्ष साझा की गई। परिजनों ने बताया कि स्कूल प्रिंसिपल अपने रसूख का इस्तेमाल करते हुए स्वयं को स्कूल संचालक बताने वाला विकास शुक्ल के साथ मिलकर प्राइवेट स्कूल कमेटी की तरफ से धमकी देते हुए छात्रा का जीवन बर्बाद कर देने एवं टीसी नहीं देने व कहीं अन्यत्र एडमिशन नहीं होने देने की धमकी दिया जा रहा है। पीडि़त छात्रा के मामा सत्यनारायण तिवारी ने बताया कि प्रिंसीपल द्वारा यह आरोप लगाया गया है कि हमारे द्वारा उनके साथ अभद्र व्यवहार किया गया है, जो कि झूठ है, इसकी सत्यता स्कूल में लगे सीसीटीव्ही से स्पष्ट हो जाएगी। उन्होंने बताया कि स्कूल प्रिंसीपल द्वारा स्कूल स्टॉफ और पालकों के साथ दुव्र्यवहार एवं गुंडागर्दी की शिकायत पूर्व में भी आती रही है, उनके द्वारा पालकों को धमकाना, एडमिशन को लेकर रोड़ा अटकाना एवं आर्थिक शोषण करना अपना पेशा बना लिया है। जिस पर तत्काल अनुशासनात्मक कार्यवाही करने की आवश्यकता है।