भगवान राम के ननिहाल छत्तीसगढ़ जिसका जिक्र आदिकाल से पुराणों में है और अपने वनवास के अधिकतम वर्षों को उन्होंने छत्तीसगढ़ में बिताया था उसी परिकल्पना को साकार करते हुए भूपेश सरकार ने बहुप्रतीक्षित राम वन गमन पथ मार्ग जो सूरजपुर से लेकर कोंटा तक बनाया जा रहा है पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र रहेगा और जिसके लिए बजट में 10 करोड़ का प्रावधान भी वह सरकार के द्वारा किया गया है उसको धरातल में विधिवत रूप से लाने के लिए प्रशासनिक अमले ने भी तैयारी कर ली है जिसके तहत छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव आरपी मंडल प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री राकेश चतुर्वेदी पर्यटन मंडल के सचिव अमलगम ने आज गरियाबंद जिले के कलेक्टर और जिले के आला अधिकारियों के साथ राजिम में स्थल निरीक्षण किया गया है हम आपको बता दें कि यह जो पथ बनाया जा रहा है यह पूरा पर्यटन के दृष्टिकोण से वनों से आच्छादित प्रदेश छत्तीसगढ़ के लिए भी एक मील का पत्थर साबित होगा यदि इसका पूरा खा खा देखा जाए यह परिकल्पना प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री राकेश चतुर्वेदी जी के द्वारा की गई है और निश्चित रूप में इसके बनने के बाद छत्तीसगढ़ का नाम विश्व पटल पर प्रथम पंक्ति में आएगा और देश ही नहीं अपितु विदेशों के भी पर्यटक छत्तीसगढ़ के सौंदर्य का हम लोग का निरीक्षण आनंद और उत्साह के साथ कर सकेंगे