बारसूर
रिपोर्टर मुकेश श्रीवास।
इंद्रावती पार घने जंगलों से बांस की कावड़ बनाकर ला रहे मरीज को सीआरपीएफ जवानों ने जिला अस्पताल पहुंचाया
सीआरपीएफ 195 के जवानों ने मानवता का परिचय देते हुए मरीज ग्रामीण को अस्पताल पहुंचाया
मरीज को 10 किलोमीटर से बांस के फट्टे पर लाद कर ला रहे थे ग्रामीण सीआरपीएफ जवानों ने पहुंचकर तत्काल मरीज को जिला अस्पताल पहुंचाया
दंतेवाड़ा सीआरपीएफ 195 ने एक बार फिर साबित कर दिया कि चाहे परिस्थिति कितनी ही कठिन क्यों न हो उनके लिए जन सेवा सर्वोपरि है। रविवार तड़के 195 वाहिनी को सूचना मिली कि मंगनार, कौशलनार और गुफा जैसे अबूझमाड़ के तमाम गांवों को बारसूर और सतधार से जोड़ने वाली एक मात्र सड़क पर नक्सलियों ने दो जगहों पर आईईडी लगा रखी है।
बिना समय गंवाए सीआरपीएफ की कई टीमें इलाके को डोमिनेट करते हुए बम को डिफ्यूज करने निकल पड़ी। सीआरपीएफ की बम निरोधक दस्ते ने 3 किलो वाली दो आइईडी को पूरी सतर्कता और मुस्तैदी से डिफ्यूज कर नक्सलियों के बड़े नापाक मंसूबे पर पानी फेर दिया। बम डिफ्यूज होने के बाद सर्चिंग की कार्रवाही चल ही रही थी कि मंगनार रोड से कुछ ग्रामीण गंभीर हालत में पहुंच चुके एक मरीज को बांस के फट्टे पर पैदल लाते दिखे। भारी गर्मी और उमस से भरी दुपहरी में मरीज की हालत और बिगड़ती जा रही थी। घोर नक्सल प्रभावित गुफा गांव के रामजी राव सुकरा की नाजुक हालत थी
सीआरपीएफ 195 बटालियन के जवानों ने देर न करते हुए तत्काल मरीज को जिला अस्पताल पहुंचा कर मानवता का परिचय दिया भावुक परिजनों ने सीआरपीएफ जवानों को धन्यवाद किया