गोविंद साहू
Kovid 19 के चलते विगत 6 माह से सम्पूर्ण विश्व की अर्थव्यवस्था पर विपरीत प्रभाव पड़ा है अमेरिका जैसे सुपर पावर विकसित देश में भी नागरिकों को रोजगार देना एक बड़ी समस्या बनी हुई है लोग अवसादग्रस्त होते जा रहे हैं और आत्मघाती कदम उठाने के लिए तैयार है भारत भी इससे अछूता नहीं है जिसकी जनसंख्या ही एक समस्या है 1अरब 35 करोड़ की जनसंख्या वाले भारत जिसमे 60 प्रतिशत से ज्यादा लोग गरीबी में जीने के लिए मजबूर हैं और रोज कमाना रोज खाना जिनकी दिनचर्या में है इनके लिए रोजगार मुहैया कराना सरकार के लिए चुनौती है इस चुनौती का सामना करने में केंद्र सरकार के साथ राज्य सरकार ने भी कोई कसर बाकी नहीं रखी है प्रदेश के किसान और मजदूरों को मनरेगा योजना के तहत रोजगार देने की कवायद लगातार की जा रही है लेकिन इस वीभत्स समय में भी कुछ लोग गरीबों के हक पर डाका डालने में लगे हुए हैं और उनके हक की रोटी छीन रहे हैं मामला नगरी ब्लाक के बाँस पानी ग्राम पंचायत का है जहां आदतन भृष्टाचारी रोजगार सहायक संजू मरकाम ग़रीबों की हक पे डाका डालकर अधिकार का हनन किया गया जिससे ग्रामीणों में काफ़ी ग़ुस्सा है संजू मरकाम पहले भी इस तरह के कृत्य कर चुका है ।जिसे भोले भाले ग्रामीणो ने माफ भी कर दिया था उसने एक बार फिर अपने ही परिवार के 7 व्यक्तियो का नाम मस्टर रोल में फर्जी हाजिरी डालकर तक़रीबन 1 लाख रुपये का चूना शासन को लगाया और गरीब जनता के अधिकार का हनन भी किया है जिसकी विधिवत शिकायत ग्रामीणों के द्वारा की गई और सीईओ की जांच कमेटी में सही भी पाई गई ।
इस बाबत जब लेखवीर ने सीईओ से मामले की विस्तृत जानकारी ली तो जनपद सी ई ओ साहू ने बताया कि ये पूरा मामला कूटरचित जालसाजी का है जिसके तहत तकरीबन 1 लाख रुपया निकाला गया है इस पूरी रकम की वसूली सरपंच ,सचिव ,रोज़गार सहायक से की जा रही है और आगे की कार्यवाही के लिए जिला सीईओ नम्रता गाँधी को पत्र प्रेषित किया गया है ।
मुरुमतरा निवासी राजेश दर्रों ,संजय नेताम ,प्रताप सिंह ,अवध किशोर ,रूपेश मरकाम सहित ग्रामवासी के द्ववारा जिले के कलेक्टर जिला सी ई ओ छेत्र के विधायक जैसे ज़िम्मेदार पदाधिकारियो को अवगत कराया गया है।
लेकिन संजू मरकाम रोजगार सहायक के द्वारा बार बार किये गए फर्जी वाडे से परेशान हो कर ग्रामीणों ने मांग की है कि तत्काल प्रभाव से रोजगार सहायक को यहां से हटाया जाए और विधि सम्मत कार्यवाही की जाए ।