उम्दा और बेहतरीन गौटानों में शुमार ग्राम पंचायत पारागांव ब्लॉक आरंग जिला रायपुर की गोठान जोकि शासन के दिशा अनुरूप बनाई गई है शासन की इस महत्वकांक्षी योजना का क्रियान्वयन अगर सही तरीके से देखने को मिलता है तो वह ग्राम पंचायत पारागांव में, भले ही ये गोठान का निर्माण उधारी के पैसों से किया गया हो लेकिन कार्य योजना के क्रियान्वयन में ग्राम पंचायत में कोई कसर नहीं छोड़ी है लेखवीर की टीम ने जो गोठान का निरीक्षण किया मवेशियों की जो हालत देखी उससे यह दिख रहा है कि वाकई में एक उम्दा गोठान का निर्माण ग्राम पंचायत के सरपंच के निर्देशानुसार किया गया है।सरपंच प्रतिनिधि पाल ने बताया कि हमारा गांव पूरे छत्तीसगढ़ में एक मिसाल है यहां शासन का कोई भी निर्देश हमें प्राप्त होता है तो समस्त ग्रामवासी मिलकर उसे पूरा करते हैं ।सिर्फ सरपंच या पंचों के ऊपर कामों को नहीं छोड़ा जाता है लेकिन सबसे बड़ी समस्या इन 7 माह में हमें जो आ रही है वह पैसों के किल्लत की है शासन ने निर्देश तो दे दिया की गौठान का निर्माण किया जाए हमने करवा भी दिया लेकिन आज दिनांक तक कोई भी पैसा हमें प्राप्त नहीं हुआ है जो भी काम हुआ है वह पूरा उधारी में किया गया है अब मुझे जवाब देते नहीं बन रहा है दुकानदारों को, इस संबंध में मैंने जनपद सीईओ से भी आग्रह किया है कि जो पैसा अभी तक लग चुका है कम से कम उसकी अदायगी की जाए ताकि हमारी ग्राम पंचायत ऋण मुक्त हो सके और जो बाकी काम ग्राम पंचायत में होने हैं उसको करा सके शासन की महत्वकांक्षी योजना को लागू तो कर दिया गया लेकिन व्यवहारिक तौर पर सबसे बड़ी दिक्कत इसमें फंड ना होना है रायपुर राजधानी के जितने भी गांव हैं उनमें इन दिक्कतों का सामना नवनियुक्त सरपंचों को करना पड़ रहा है और वह आज कर्जदार बनकर रह गए हैं देखने वाली बात यह होगी इस योजना का क्रियान्वयन भविष्य में कैसे हो पाता है और ग्राम वासियों को इन गौठनों का लाभ कितना मिल पाता है ।