रायपुर। धमतरी रोड स्थित जमीन को लेकर दो गुट के बीच की लड़ाई अब खुलकर सामने आ गई है। दोनों गुट उक्त खाली पड़े भूमि को सरकारी दस्तावेज के अनुसार अपना बता रहे है। सरकारी कागजों का पुलंदा के साथ मालिकाना हक जताते हुए सत्येद्र यादव का कहना है कि 1990 उक्त भूमि की रजिस्ट्री की गई थी, तब से वे भूमि पर काबिज है, इस दौरान भूमि की देखरेख हेतु केयर टेकर भी रखा गया, जबकि दूसरा पक्ष पंकज दास व संजीव कुमार यादव सरकारी दस्तावेज दिखा उक्त भूमि को अपना बताते है, जबकि पहला पक्ष द्वारा दूसरे पक्ष की दस्तावेजों को कूटरचित रचना करार देकर इसे फोर्जरी का मामला बताते है ! गौरतलब है कि बीते दिन उक्त भूमि पर लगे फेंसिंग तार को हटा कर भूमि पर कब्जा करने का प्रयास किया गया था, परंतु अन्य पक्ष द्वारा हस्तक्षेप करते हुए माना पुलिस एवम पटवारी की मदद से कब्जे की कार्यवाही पर रोक लगा दी थी। जिसके बाद से मामला गरम हो गया और दोनों पक्ष खुलकर आमने-सामने आ गए। मामले की गम्भीरता को देखते हुए शासन को हस्तक्षेप करने की गुजारिश करते हुए सरकारी दस्तावेजो की कूटरचित रचना जर शासकीय कार्यो की अवहेलना करने एवम रजिस्ट्री कार्यालय की भूमिका को सशक्त करने की मांग करते हुए दोषियों पर मामला दर्ज करने की मांग की गई है।