रायपुर- आज राजधानी रायपुर के बूढ़ातालाब स्थित धरना स्थल में पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर पुरानी पेंशन बहाली रैली एवं धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया था जिसमे प्रदेश के विभिन्न संगठन के अधिकारी कर्मचारियों ने हिस्सा लिया। छत्तीसगढ़ राज्य के कर्मचारी अब आर-पार की लड़ाई के मूड में हैं। संयुक्त मोर्चा का आरोप है कि केंद्र व राज्य सरकार, सरकारी कर्मचारियों की समस्याओं को लेकर गंभीर नहीं है। इसी से नाराज होकर प्रदेश भर के कर्मचारी पुरानी पेंशन प्रणाली बहाल करने की मुद्दे व मांग पर 13 फरवरी 2021 को एक दिवसीय आंदोलन कर अपनी एक जुटाता शासन को दिखाया । छत्तीसगढ़ राज्य में राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के बैनर तले सम्पन्न धरना प्रदर्शन में प्रदेश के लगभग सभी विभाग के हजारों कर्मचारियों ने मिलाकर आंदोलन को सफल बनाया। छत्तीसगढ़ में पुरानी पेंशन बहाली को लेकर पहला बड़ा आंदोलन है जिसमें राष्ट्रीय स्तर के नेताओं हिस्सा लेकर प्रदेश नेतृत्व का उत्साह वर्धन किये । पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा से राष्ट्रीय महासचिव वीरेंद्र दुबे, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संजय शर्मा,प्रदेश संयोजक लैलुन भरतद्वाज के बताया कि आज का धरना प्रदर्शन सफल रहा है सभी नेताओं ने प्रदेश के कर्मचारियों से अपील किया कि पुरानी पेंशन, सेवा निवृत्त होने के बाद जीवन का आधार है इसलिए हम सभी को आपसी मतभेद दूर करके एकजुटता के साथ शासन के समक्ष पुरानी पेंशन तथा अन्य समस्याओं को रखना होगा।
राष्ट्रीय अध्यक्ष बी पी एस रावत अपने संबोधन में बताया कि सेवानिवृत हुए एन पी एस कर्मचारी को मिलने वाले आंशिक पेंशन से दो वक्त का भोजन तो दूर, दवाई के लिए तरसना पड़ रहा है। 50 हजार रुपये वेतन पाने वाले कर्मचारी को 5 सौ रुपये पेंशन देना, राहत तो नही बल्कि तकलीफ को बढ़ाना ही है, एनपीएस पेंशन के नाम पर केवल छल है।
राष्टीय महासचिव वीरेंद्र दुबे ने बताया कि राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा छत्तीसगढ़ के धरना प्रदर्शन के उपरांत रैली का आयोजन किया गया रैली के दौरान बिजली आफिस चौक के पास पुलिस के द्वारा बलप्रयोग किया रैली उपरांत पुरानी पेंशन एवं अन्य मांगों को लेकर प्रधानमंत्री मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया।
आज के धरना प्रदर्शन में राष्ट्रीय अध्यक्ष बी पी एस रावत , संपत कुमारा स्वामी तेलंगाना, शोभनाथ यादव बिहार, गुल जुबेर डेंग जम्मू कश्मीर ,डॉ पुरुषोत्तम तेलंगाना, वीरेंद्र दुबे, संजय शर्मा लैलुन भारद्वाज,धर्मेश शर्मा, चंद्रशेखर तिवारी,विष्णु शर्मा, दिनेश राजपूत, संतोष शुक्ला,जितेंद्र शर्मा, प्रदीप पांडेय,,अतुल अवस्थी भानु डहरिया,कैलाश रामटेके, घनश्याम पटेल,कृष्णराज पांडेय, पवन साहू, प्रदीप पांडेय अब्दुल आसिफ खान,शिवेंद्र चंद्रवशी, लोमन वर्मा, रोहित तिवारी,तुलसी साहू, राजेश शर्मा, बसंत चतुर्वेदी छत्तीसगढ़ के शिक्षक, लिपिक, पंचायत सचिव, कृषि, नगरीय निकाय, स्वास्थ्य, पुलिस, सुरक्षा, राजस्व, सीएसईबी कर्मी, केंद्रीय कर्मी के साथ एनपीएस कर्मचारियों ने हिस्सा लिया
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