पराजय से न हों निराश, इसे जीवन में चुनौती के रूप में लें राज्यपाल ने किया राष्ट्रीय हॉकी प्रतियोगिता का समापन,,खेलों को बढ़ावा देने राज्य में हो रहे हरसंभव प्रयास: जयसिंह अग्रवाल

राज्यपाल के हाथों विजेता एवं उप विजेता टीम को मिली ट्राफी
खेलों में हार-जीत से ज्यादा खेल-भावना महत्वपूर्ण: सुश्री अनुसूईया उइके

बिलासपुर, 12 मार्च 2022- राज्यपाल सुश्री अनुसूईया उइके ने आज यहां बहतराई स्टेडियम में आयोजित राष्ट्रीय हॉकी प्रतियोगिता के फाइनल मैच के विजेता एवं उप विजेता टीमों के खिलाड़ियों को ट्राफी एवं पुरस्कार देकर सम्मानित किया। फाइनल मैच के पुरूष वर्ग के विजेता सेल राऊरकेला, उप विजेता यंग स्टार हरियाणा, महिला वर्ग की विजेता मध्यप्रदेश हॉकी अकादमी ग्वालियर एवं उप विजेता एसपीएसबी दिल्ली रही। राज्यपाल ने महिला वर्ग की फाइनल मैच का आनंद भी उठाया। समापन समारोह की अध्यक्षता राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने की। विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता श्री धरमलाल कौशिक, विधायक श्री शैलेश पाण्डेय, अटल बिहारी वाजपेई विश्वविद्यालय के कुलपति श्री डी.एन.बाजपेई, रमन विश्वविद्यालय के कुलपति श्री आरपी दुबे विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
मुख्य अतिथि की आसंदी से राज्यपाल सुश्री अनुसूईया उइके ने राष्ट्रीय खेल हॉकी को बढ़ावा देने के लिए नवभारत समाचार पत्र समूह को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय स्तर के इस प्रतियोगिता में पुरूष वर्ग के अंतर्गत देश भर से आये 16 टीमें और महिला वर्ग में 12 टीमों ने हिस्सा लिया। यह प्रतियोगिता 1 मार्च से शुरू होकर आज इसका समापन हुआ। सुश्री उइके ने समापन समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि जीवन अथवा खेल में हार-जीत अथवा सफलता एवं असफलता मायने नहीं रखती । महत्वपूर्ण यह है कि हम असफलता को किस रूप में लेते हैं। उन्होंने कहा कि जीवन में तरक्की के लिए हमें असफलता को चुनौती के रूप में लेना चाहिए। एक अथवा दो बार की असफलता से हमें निराश नहीं होने चाहिए। हमें तब तक डटे रहने चाहिए, जब तक सफलता हाथ न लगे। जीवन का यही सत्य है और लाखों सफल लोगों ने इसे सिद्ध भी किया है। उन्होंने जीवन में खेल की महत्ता भी समझाई। इससे शरीर स्वस्थ एवं नीरोग रहने के साथ ही जीवन के प्रति सकारात्मक नजरिया एवं अनुशासन का विकास होता है। राष्ट्रीयता की भावना एवं नेतृत्व का विकास भी जीवन में खेलों से पनपता है। राज्यपाल ने प्रतियोगिता के दौरान हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद को याद किया। उन्होंने कहा कि अपने खेल प्रतिभा से उन्होंने देश का गौरव बढ़ाया है। बड़ी संख्या में हॉकी खेल में महिलाओं की भागीदारी पर उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने कहा कि पिछले तीन सालों में राज्य में खेलों के विकास के लिए बुनियादी सुविधाएं बढ़ी हैं। खेलों को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार वचनबद्ध है। नेता प्रतिपक्ष श्री धरमलाल कौशिक ने कहा कि खेल में हार-जीत से ज्यादा खेल-भावना महत्वपूर्ण है। उन्हेांने बेहतर प्रदर्शन के लिए खिलाड़ियों की प्रशंसा की। विधायक श्री शैलेश पाण्डेय ने कहा कि बिलासपुर शहर मेें खेलों के प्रति अच्छा वातावरण बना है। जिला स्तर से लेकर राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता सफलता पूर्वक आयोजित की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों की हौसला अफजाई के लिए बिलासपुर आने पर राज्यपाल के प्रति आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर पुलिस महानिरीक्षक श्री रतनलाल डांगी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्रीमती पारूल माथुर, जिला अध्यक्ष श्री विजय केशरवानी सहित बड़ी संख्या में खिलाड़ी एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

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