रायपुर/25 मार्च 2023। राष्ट्रीय महिला आयोग के अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि छत्तीसगढ़ में महिलाएं असुरक्षित एवं नासमझ है बयान पर तीखा प्रहार करते हुए छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वंदना ने कहा कि छत्तीसगढ़ में ही महिलाएं सबसे ज्यादा सुरक्षित है और समझदार भी। रेखा शर्मा छत्तीसगढ़ के महिलाओं को बेकूफ कहा छत्तीसगढ़ से तो सरोज पांडे भी आती है तो सरोज पांडे भी बेकूफ हुई ना। महिलाओं के इस अपमान भरे शब्दों के लिये छत्तीसगढ़ के महिलाओं से माफी मांगनी होगी।
मोदी राज में देश में महिलाओं की स्थिति चिंताजनक है। बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओं के नारा सिर्फ कागजों में है ये स्थिति परिस्थिति बता रही है। इधर भाजपा नेता बेटियों का शोषण करते है। नेता प्रतिपक्ष के बेटे पलाश चंदेल के ऊपर रेप का आरोप लगा है और छत्तीसगढ़ के कानून के डर से पलाश चंदेल फरार है इस पर रेखा शर्मा मौन? भाजपा के नेता एवं नेत्रियां ही बलात्कारी को संरक्षण देते है। कांग्रेस शासन में कानून का राज है इसलिये तो अपराधियों मे खौफ़ रहता है।
महिला आयोग की मुखिया होकर झूठ बोलना शोभा नहीं देता है। इसमें रेखा शर्मा जी की गलती नहीं है भारतीय जनता पार्टी के DNA में ही है झूठ बोलना। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार आने के बाद ही तो महिलाओं की स्थिति में सुधार आई है। पूर्वीवर्ती भाजपा सरकार के 15 साल के कार्यकाल में महिलाओं के साथ अत्याचार, बलात्कार के मामले में देश में दूसरे नंबर पर था। 12 प्रतिशत की दर से बलात्कार की घटनाएं बढ़ रही थी। हर दिन औसतन 6 महिलाएं बलात्कार की शिकार होती थी और ना जाने कितनों महिलाएं ने आत्माहत्या कर ली। झलियामारी कांड, मीना खलको कांड को लोग कभी भुला नहीं पायेंगे। पूर्ववर्ती भाजपा सरकार में जंगलराज था इसलिये तो पीड़ित महिलाओं का शिकायत भी दर्ज नहीं किया जाता था। वर्ष 2022 में राष्ट्रीय महिला आयोग को महिलाओं के विरुद्ध अपराधों की 31,000 शिकायतें मिली है जो 2014 के बाद से उच्चतम संख्या को सूचित करती है। इनमें से 55 प्रतिशत शिकायतें उत्तर प्रदेश से है। मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश जहां-जहां भाजपा शासन है वहाँ पर महिलाओं की स्थिति चिंताजनक हैं, ये दिखाई नहीं देता है रेखा शर्मा को।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा कि भाजपा मुद्दाविहिन हो गई है। कांग्रेस सरकार की लोकप्रियता से भाजपा के नेता घबरा गये है। कांग्रेस शासन में महिलाओं का आत्म विश्वास बढ़ा है आज शहर के साथ गांव में भी महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही है। शासन प्रशासन लगातार जनहित में काम कर रहे है। छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा महिलाओं एवं बच्चों के विरूद्ध होने वाले अपराधों की रोकथाम के लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। महिला एवं बच्चों से संबंधित प्रत्येक शिकायत को गंभीरता से लेते हुए प्राथमिकी दर्ज की जा रही है। महिलाओं एवं बच्चों पर घटित अपराधों के संबंध में छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा त्वरित एवं विधिक कार्यवाही करते हुए न्याय दिलाने संवेदनशीलता से काम किया जा रहा है। आरोपी को बक्शा नहीं जाता। पुलिस की कार्यवाही से लोगों का पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ा है इसलिये छत्तीसगढ़ में महिलाएं अपने आप को सुरक्षित महसूस करती है।