NRDA में व्याप्त अफसरशाही के कारण नया रायपुर के 41 गॉंवों की स्थिति बद से बदतर ना ही शासन की योजनाओं का क्रियान्वयन और ना ही विकास

हम लगातार नया रायपुर डेवलपमेंट अथॉरिटी के द्वारा जो दुर्भावनापूर्ण तरीका अपनाया जा रहा है और जो विकट परिस्थितियों नया रायपुर के समस्त 41 गॉंव की बनी हुई है हम क्रमवार आपको बता रहे हैं ग्राम पंचायत पचेडा में भी अमूमन यही स्थिति बनी हुई है किसी भी प्रकार का फंड गांव को नहीं दिया जा रहा है अथॉरिटी के द्वारा सिर्फ और सिर्फ वादे किए जा रहे हैं जिसको कभी भी पूरा नहीं किया जाता है इस संदर्भ में जब हम पचेड़ा के सरपंच मनोज मिश्रा जी से मिले तो उन्होंने बड़े दुखी होकर कहा कि फरवरी महीने में मैंने शपथ ली थी और आज करीब 7 महीने हो रहे हैं 70 बार में एनआरडीए के ऑफिस जा चुका हूं और कई बार मैंने वहां के अधिकारियों को समस्याओं से लिखित में और मौखिक रूप से अवगत कराया है उसके बाद भी किसी भी प्रकार का निराकरण अधिकारियों के द्वारा नहीं किया गया है अथॉरिटी के अधिकारी अपनी मनमानी कर रहे हैं नए सीईओ हमारे जैसे जनप्रतिनिधियों का फोन नहीं उठाते हैं हमारे गांव में और आसपास के सभी गांव में बहुत दिक्कतें हैं

नया रायपुर विकास प्राधिकरण का गठन क्यों किया गया ?

आपको बता दें कि नया रायपुर प्राधिकरण के गठन वहां स्थित गांव को पूर्ण विकसित करने के लिए किया गया था ताकि जिन गांवों की जमीनें अधिग्रहित की गई है उन्हें एक विकसित स्वरूप प्रदान किया जा सके और वे अपने मूल स्वरूप में ही रहें । गांव के विकास के लिए समस्त फण्ड प्राधिकरण के द्वारा ही मुहय्या कराया जाए और शासन की समस्त योजनाओं का क्रियान्वयन त्रि स्तरीय पंचायत प्रणाली के अंतर्गत हो ।

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