जिला पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को ग्रामीण विकास के कार्यों में तेजी लाने के निर्देश निर्माणाधीन गौठानों, चारागाहों और नरवा उपचार के कार्यों को शीघ्र पूर्ण करने कहा

पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने की विभागीय योजनाओं की समीक्षा

जिला पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को ग्रामीण विकास के कार्यों में तेजी लाने के निर्देश

निर्माणाधीन गौठानों, चारागाहों और नरवा उपचार के कार्यों को शीघ्र पूर्ण करने कहा

रायपुर. 22 सितम्बर 2020. पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने आज विभागीय योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने वरिष्ठ विभागीय अधिकारियों के साथ मिलकर वीडियो कॉन्फ्रेंस से जुड़े सभी जिला पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों से चर्चा कर ग्रामीण विकास की विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत संचालित कार्यों की समीक्षा की। सिंहदेव ने सभी मैदानी अधिकारियों को विकास कार्यों के क्रियान्वयन में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने नरवा, गरवा, घुरवा, बारी योजना के तहत निर्माणाधीन गौठानों, चारागाहों और नरवा उपचार के कार्यों को शीघ्र पूर्ण करने कहा। उन्होंने गौठान और चारागाह निर्माण के तीसरे चरण के लिए जल्द स्थल परीक्षण एवं अन्य प्रक्रियाओं को पूर्ण कर इसकी कार्ययोजना बनाने भी कहा।

पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री सिंहदेव ने समीक्षा बैठक में शत-प्रतिशत मनरेगा कार्यों में समयबद्ध मजदूरी भुगतान के लिए फंड ट्रांसफर ऑर्डर (FTO) जारी करने की कार्यवाही निर्धारित समय में सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रदेश के सभी नए ग्राम पंचायतों में निर्माणाधीन पंचायत भवनों के काम 31 अक्टूबर तक हर हाल में पूर्ण करने कहा। धान खरीदी केंद्रों में पक्के चबूतरों के निर्माण के दूसरे चरण के लिए भी जल्द स्थल चिन्हांकन का काम पूर्ण कर जल्द स्वीकृत करने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी निर्माण कार्यों में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखने कहा। सिंहदेव ने नरवा उपचार के लिए डीपीआर तैयार करने के काम में भी तेजी लाने के निर्देश दिए। राजस्व क्षेत्रों में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा तथा वन क्षेत्रों में वन विभाग द्वारा इसके डीपीआर तैयार किए जाएंगे।

सिंहदेव ने वीडियो कॉन्फ्रेंस में मनरेगा, नरवा, गरवा, घुरवा, बारी, प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना, स्वच्छ भारत मिशन, बैंक सखी, नए ग्राम पंचायतों में पंचायत भवन निर्माण तथा धान संग्रहण केंद्रों में चबूतरा निर्माण के कार्यों की समीक्षा की। बैठक में बताया गया कि प्रदेश में 97 प्रतिशत मनरेगा कार्यों में समयबद्ध मजदूरी भुगतान के लिए निर्धारित समय में एफटीओ जारी कर दिए गए हैं। धान खरीदी केंद्रों में पक्का चबूतरा निर्माण के पहले चरण में मनरेगा के अभिसरण से स्वीकृत 4640 चबूतरों का निर्माण पूर्ण कर लिया गया है। सभी जिलों में दूसरे चरण में चबूतरा निर्माण के कार्यों को स्वीकृत करने की तैयारी चल रही है।

बैठक में अधिकारियों ने बताया कि विभिन्न ग्राम पंचायतों में पहले चरण में स्वीकृत 1861 गौठानों का निर्माण पूर्ण हो गया है। वहीं दूसरे चरण में 1831 गौठानों का निर्माण पूर्ण कर लिया गया है जबकि 1977 गौठान निर्माणाधीन हैं। चारागाह विकास के लिए पहले चरण में स्वीकृत 95 प्रतिशत कार्यों को पूर्ण कर लिया गया है। इस दौरान 1675 चारागाहों के काम पूरे कर लिए गए हैं जबकि 78 प्रगतिरत हैं। वहीं दूसरे चरण में स्वीकृत 1946 चारागाहों में से 591 का निर्माण पूर्ण हो गया है और 1117 में काम अभी प्रगति पर हैं।

प्रदेश में 1304 नरवा के उपचार के लिए 64 हजार 292 कार्य स्वीकृत किए गए हैं। इनमें से 39 हजार 140 कार्य पूर्ण एवं 11 हजार 821 कार्य प्रगतिरत हैं। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के प्रमुख सचिव गौरव द्विवेदी, पंचायत विभाग के संचालक एस. प्रकाश, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के संचालक नीलेश क्षीरसागर और स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के संचालक धर्मेश साहू भी समीक्षा बैठक में मौजूद थे।

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