जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के भूपेश बघेल मंत्रिमंडल में बस्तर अंचल की हिस्सेदारी बढ़ने के संकेत मिल रहे हैं। सियासी गलियारों में खबर चहलकदमी कर रही है कि निकट भविष्य में बघेल मंत्रिमंडल में फेरबदल हो सकता है और इसमें बस्तर विधानसभा क्षेत्र के विधायक तथा बस्तर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष लखेश्वर बघेल की किस्मत का सितारा बुलंद हो सकता है। माना जा रहा है कि यदि लखेश्वर बघेल को भूपेश बघेल मंत्रिमंडल में शामिल किया गया तो दंतेवाड़ा विधायक देवती कर्मा अथवा केशकाल विधायक संतराम नेताम को बस्तर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी मिल सकती है। कोंडागांव विधायक मोहन मरकाम प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष हैं और वे संगठन का काम काफी सक्रियता से देख रहे हैं। उनके संगठन नेतृत्व में कांग्रेस लगातार भूपेश बघेल सरकार की नीतियों और उपलब्धियों के प्रसार में लगी हुई है। इधर बस्तर की सभी बारह सीटों पर कांग्रेस के विधायक हैं लेकिन मंत्रिमंडल में केवल कोंटा विधायक कवासी लखमा शामिल हैं। वैसे जगदलपुर विधायक रेखचंद जैन संसदीय सचिव हैं और अपनी जिम्मेदारी का पूरी सक्रियता से निर्वाह कर रहे हैं। बस्तर अंचल ने कांग्रेस को एकतरफा समर्थन दिया है इसलिये शुरू से ही यह उम्मीद की जा रही है कि मंत्रिमंडल में बस्तर की भूमिका का विस्तार किया जायेगा। पूर्ववर्ती भाजपा सरकार में बस्तर अंचल से केदार कश्यप, महेश गागड़ा और विक्रम उसेंडी, लता उसेंडी मंत्रिमंडल में बस्तर का प्रतिनिधित्व करते रहे हैं। बस्तर क्षेत्र की जनता चाहती रही है कि कांग्रेस सरकार के मंत्रिमंडल में भी बस्तर को पर्याप्त प्रतिनिधित्व दिया जाय। पहले भी जब फेरबदल की संभावनाएं दस्तक देती नजर आईं तब तब बस्तर अंचल को उम्मीद बंधी कि बघेल मंत्रिमंडल में उसका कद ऊंचा होने वाला है लेकिन फेरबदल की अटकलें सिरे नहीं चढ़ीं। अब फिर फेरबदल की सुगबुगाहट है तो बस्तर की उम्मीदें जवान हैं। पता चला है कि एक खास पैगाम पर लखेश्वर बघेल राजधानी कूच कर गए हैं।