रायपुर,,, लेखवीर डॉट कॉम पत्रिका में छपे लेख *उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने 40 महिला स्व सहायता समूहों को किया भंग* को राजधानी में बैठे उच्च अधिकारियों ने गंभीरता से लेते हुए आदेश जारी किया है कि छत्तीसगढ़ के 12 जिलों में फिर से महिला स्व सहायता समूह से ही रेडी टू इट और मिड डे मील का काम करवाया जाएगा।यहां ये बताना लाजमी होगा कि छत्तीसगढ़ के कुछ जिलों में स्व सहायता समूहों को काम ना देकर उद्योगों से ये दोनों काम करवाये जा रहे थे। जिससे हजारों महिलाओं को रोजगार की समस्या उत्पन्न हो गई थी और इन महिलाओं ने अपने दुख को क्षेत्रीय स्तर पर कई बार उठाया भी था किंतु इसे बड़ी विडंबना ही कहें कि उनकी सुनने वाला कोई भी नही था। जबकि प्रदेश के संवेदनशील मुख्यमंत्री ने हमेशा ही महिला सशक्तिकरण की बात सिर्फ की ही नहीं है उन्होंने इसे अमलीजामा भी पहनाया है।
लेकिन मुख्यमंत्री के सपने को पलीता लगाने में अधिकारियों ने कोई कसर नहीं छोड़ी और इस महत्वपूर्ण योजना को स्वार्थवश उद्योगों को दे दिया।
शासन ने आदेश जारी करके फिर से 12 जिलों में महिला स्व सहायता समूह काम देने की बात तो की ही है लघु वनोपज संघ और अन्य एजेंसियों को उनको सपोर्ट करने क़ो भी कहा है मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशानुरूप छत्तीसगढ़ में ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सदृढ़ करने का काम बेहतर तरीके से किया जा रहा है वही पोस्टिक आहार मिलेट योजना को भी प्रोत्साहन देने का काम मुख्यमंत्री ने किया है और उन्होंने इसे राष्ट्रीय स्तर पर लागू करने के लिए प्रधानमंत्री से भी आग्रह किया था।
यशोदा साहू सचिव जय माँ शीतला महिला स्व सहायता समूह नगरी ने शासन को धन्यवाद देते हुए लेखवीर पत्रिका के कार्यकारी संपादक गोविंद साहू से कहा कि रायपुर में बैठे उच्च अधिकारियों को धन्यवाद देते हैं कि उन्होंने महिलाओं की समस्याओं और आर्थिक स्थिति को समझा और महिला स्व सहायता समूह को फिर से काम देने का आदेश जारी किया है