पटना : जेडीयू में बढ़ी प्रशांत किशोर औए पूर्व सांसद पवन वर्मा की मुश्किले. पार्टी लाइन से हटकर बयानबाजी और पार्टी के फैसलों की सार्वजनिक मंच पर आलोचना करने के कारण यह स्तिथि निर्मित हुई है. पार्टी सूत्रों की माने तो इसके कारण पार्टी उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर औए पूर्व सांसद पवन वर्मा को बाहर का रास्ता दिखा सकती है।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक पार्टी के अधिकांश नेता और जेडीयू प्रमुख भी इस दोनों से नाराज चल रहे है. सूत्रों की माने तो पार्टी बहुत जल्द ही इन दोनों को लेकर कुछ कड़े कदम भी उठा सकती है. इधर पार्टी नेताओ का भी कहना है की प्रशांत किशोर और पवन वर्मा से पार्टी को नुक्सान ही है अच्छा होगा अगर ये दोनों पार्टी से अलग हो जाए. बरहाल नेताओ की माने तो आने वाले दिनों में होने वाली पार्टी की बैठक में इस बारे में कोई फैसला भी हो सकता है.
बतादें प्रशांत किशोर और पवन वर्मा सीएए को लेकर लगातार सवाल खड़े करते रहे हैं। दोनों इ नेता अपनी पार्टी से अलग जा कर इस विषय पर बयान देते रहे है. प्रशांत किशोर ने तो सुशील मोदी पर तंज कसते हुए उन्हें ‘परिस्थितिजन्य उपमुख्यमंत्री’ करार दिया था। उनके इस बयान पर बीजेपी नेताओं ने इन दोनों नेताओं की जेडीयू के वरिष्ठ नेताओं से शिकायत की थी।