रायपुर। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत शुक्रवार को एकात्म परिसर रायपुर में प्रदेश स्तरीय बैठक आहूत किया गया । जिसमें प्रदेश पदाधिकारियों ने बैठक में उपस्थित होकर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान को सार्थक बताते हुए यह संकल्प लिए कि अब किसी भी क्षेत्र में बेटियों पर अगर अत्याचार हुई तो अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
इस अवसर पर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के संयोजक श्री अंजय शुक्ला , छत्तीसगढ़ प्रभारी व राष्ट्रीय सदस्य श्रीमती विभा राव जी के मार्गदर्शन में कार्यशाला संपन्न हुई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष श्री मोती राम साहू जी थे।
इस अवसर पर प्रदेश संयोजक अंजय शुक्ला ने कहा की बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की परिकल्पना है। जो कि भारत में बेटिया हर क्षेत्र में सुरक्षित रहे व मुख्य उद्देश्य बालिकाओं की सुरक्षा करना और कन्या भ्रूण हत्या को रोकना है। इसके अलावा बालिकाओं की शिक्षा को बढ़ावा देना और उनके भविष्य को संवारना भी इसका उद्देश्य है। सरकार ने लिंग अनुपात में समानता लाने के लिए ये योजना शुरू की।ताकि बालिकाएं दुनिया में सर उठकर जी पाएं और उनका जीवन स्तर भी ऊंचा उठे। इसका उद्देश्य बेटियों के अस्तित्व को बचाना एवं उनकी सुरक्षा को सुनिश्चित करना भी है। शिक्षा के साथ-साथ बालिकाओं को अन्य क्षेत्रों में भी आगे बढ़ाना एवं उनकी इसमें भागीदारी को सुनिश्चित करना भी इसका मुख्य लक्ष्य है|
महिलाओं पर कही भी अत्याचार बर्दास्त नही होगा— विभा राव
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के छत्तीसगढ़ प्रभारी श्रीमती विभा राव ने सभा को संबोधित करते हुए कहा की भारत में कहीं भी किसी भी क्षेत्र में महिलाओं पर अत्याचार बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जहां कहीं भी महिलाओं पर अत्याचार की सूचना मिलती है तो बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ समिति आगे बढ़कर बेटियों को इंसाफ दिलाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे ।वही इस अभियान के द्वारा समाज में महिलाओं के साथ हो रहे अन्याय और अत्याचार के विरूद्ध एक पहल हुई है। इससे बालक और बालिकाओं के बीच समानता का व्यवहार होगा। बेटियों को उनकी शिक्षा के लिए और साथ ही उनके विवाह के लिए भी सहायता उपलब्ध करवाई जाएगी, जिससे उनके विवाह में किसी प्रकार की दिक्कत नहीं होगी।इस योजना से बालिकाओं को उनके अधिकार प्राप्त होंगे जिनकी वे हकदार हैं साथ ही महिला सशक्तिकरण के लिए भी यह अभियान एक मजबूत कड़ी है।
लिंगानुपात पर केंद्रित है बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ–मोती राम साह
बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ कार्यशाला एवं प्रथम बैठक के मुख्य अतिथि श्री मोतीराम राम साहू ने कहा की आज बेटी पढ़ाओ और बेटी बचाओ समिति भारत की सबसे मजबूत समिति माने जा रहे हैं समिति का मुख्य उद्देश्य में हमें कन्या भ्रूण हत्या, दहेज प्रथा, महिलाओं पर शारीरिक और मानसिक अत्याचार जैसे अपराधों की खबर देखने और सुनने को मिलती है जिसे प्रमुखता से रोकना है। जिसके लिए भारत देश की सरकार इन बालिकाओं को बचाने और उनके अच्छे भविष्य के लिए हर संभव कोशिश कर रही है और अलग अलग योजनाएं चला रही है|बालिकाओं की देखभाल और परवरिश अच्छी हो इसके लिए कई तरह के नए नियम कानून भी लागू किये जा रहे हैं। इस योजना के तहत मुख्य रूप से लड़के एवं लडकिया के लिंग अनुपात में ध्यान केन्द्रित किया गया है, ताकि महिलाओं के साथ हो रहे भेदभाव और सेक्स डेटरमिनेशन टेस्ट को रोका जा सके। इस अभियान का संचालन तीन स्तर पर हो रहा है, राष्ट्रीय स्तर पर, राजकीय स्तर पर और जिला स्तर पर।